Chudaai Ki Shayari (Hindi)
रसीले हैं होंठ तेरे, चिकनी है तेरी गांड,
करोड़ों में एक तू ही है, मेरी प्यारी रांड।
हर रोज चोदूँगा तुझे, ना आने दूँगा तुझे तेरे यारों की याद,
बदली हुई चाल देख तेरी, तेरी माँ भी करेगी मुझसे फ़रियाद।
छोटी छोटी है चुचियाँ तेरी, चिकनी चिकनी है तेरी चूत,
चोद चोद के उतारूँगा तेरे सर से, तेरे यारों का भूत।
गाँव में हैं फ़ैले तेरी माँ बहन की चुदाई के चर्चे,
सुना है मैंने छपवा दिए हैं उन्होंने तेरे भी पर्चे।
सुनाते है तेरे यार तेरी चुदाई के हज़ारों किस्से,
नसीब नहीं था उनका क्यूंकि आई तू मेरे हिस्से।
जब थक कर सो गई तू तो तेरी बहन की गांड मैंने मारी,
इतना चोदा उसे की भूल गयी वो अपनी पुरानी यारी।1।
उछल उछलकर लण्ड पर मेरे उसने जो पूरी रात गुजारी,
सुनकर चीखें उसकी तेरी माँ ने भी की चुदने की तैयारी।2।
पीकर तेरी चूत का पानी मुझ पर हुआ कुछ ऐसा असर,
लंड ऐसा खड़ा हुआ मेरा कि चोदा मैंने तुझे चारों पहर।
दुध का दुध और चूत की मलाई,
रात भर करूँगा तेरी जमकर चुदाई।
तेरी चूत की चूदाई का हर सपना मुझे सच कर दिखाना है,
अगर नहीं बुझी तेरी आग तो तुझे मेरे यारों से भी चुदवाना है।
होठों का रस, ज़िस्म की खुशबु और तेरी चूत का पानी,
चोदूँगा तुझे इतना कि याद आ जाएगी तुझे तेरी नानी।
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